इ ससुरा कौन सी नाराज़गी है भगवान जी, पल्स पोलिओ की तरह दो बूँद बरसा कर, तरसा कर निकल जाते हो। अरे भइये जुलाई का महीना आ गया अब तो बारिश को बारिश की तरह बरसने दो। और हाँ मैं अपने लिए नहीं कह रही। अरे मेरी तो अलमारी में भी बाढ़ आ जाएगी। मेरी जाने दो। अन्नदाता, किसानों पर रहम करो। अरे मुझे तो उन पर भी तरस आता है जो लोग १५ दिनों से छाता ढोते घूम रहे हैं। हवा इतनी तेज़ है की धूप से बचने के लिए भी छाता खोल नहीं सकते। और कुछ बेचारे तो मरीन ड्राइव पर समुन्दर की लहरों की बौछारों से ही दिल बहला कर लौट जाते हैं। और आप ने इतने दिनों से FM नहीं चलाया? रेडियो न जाने कितने दिनों से बारिश के नग्मे बजा बजा कर थक गया। किसी बात की हद होती है, हाँ। चलो बात मानो अच्छी सी बारिश की शुरुयात् कर दो।
आज रात को ही because I love a rainy night and I will play I love a rainy night by Eddie Rabbit track and dance.. and dedicate it to you... OK?
आज रात को ही because I love a rainy night and I will play I love a rainy night by Eddie Rabbit track and dance.. and dedicate it to you... OK?
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